पवन

श्रृंगार करत देखो पवन भामिनि, सर उपबन खुश्बासित होकंद फूल बूटों को हलावत, लहलहावत इठलावत हो ठुमक चलत देखो गजगामिनी, सखा मिलन लालाइत होनसन पटल पर दस्तक देकर, अपनी बात जनावत हो खुश्बासित की देवत मिलनी, ले जावत घर देखो घरनीसकरी गली में पाछे चलत वो, जात लुटावत नमी सब अपनी सब फूलत देखो सक्ति … Continue reading पवन